अंत में ISRO (इसरो) ने chandrayaan 2 लॉन्च किया है और भारत को एक शक्तिशाली देश के रूप में बेशुमार बना दिया है, जिसके कारण Russia, China, America जैसे देश इस chandrayaan 2 लॉन्च को देखकर भयभीत हो गए हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि चंद्रयान 2 को चंद्रमा पर क्यों भेजा गया है, भारत को ऐसी क्या आवश्यकता थी कि उसने केवल चंद्रयान 2 पर 1000 करोड़ रुपये खर्च किए, वही दिलचस्प बात जो आज हमें इस लेख में साझा करने जा रहे है।
अगर आप भी ब्लॉग्गिंग सुरु करके पैसे कमाना चाहते है तो यहाँ क्लिक करे
नमस्कार दोस्तों, rishabhhelpme.com पर आपका स्वागत है, तो दोस्तों आज हम चन्द्रयान 2 के बारे में कुछ रोचक तथ्यों के बारे में जानेंगे जो आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है और यदि आप भारतीय हैं तो इन रोचक बातों को आपको अच्छी तरह से पता होना चाहिए तो चलिए शुरू करते हैं।
Chandrayaan 2 Rochak Tathya Hindi Me
- Chandrayaan 2 का वजन लगभग 3850 किलोग्राम है
- Chandrayaan 2 मिशन में अनुमान के अनुसार, 1000 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं।
- Chandrayaan 2 को सबसे पहले 2011 में रसियन मेन लैंडर और रोबर के साथ चाँद पर भेजा जाना था लेकिन रसिया ने कुछ ही समय बाद इन बातो से इंकार कर दिया क्योकि कोई देश नही चाहता की वो मेरे बराबरी करे |
- Russia के इनकार करने के बाद, इसरो ने अपना खुद का लैंडर बनाया और चंद्रयान 2 को चंद्रमा तक पहुंचने में मदद की।
- Chandrayaan 2 को चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव क्षेत्र में भेजा गया है, इसका पुनर्जागरण यह है कि चंद्रमा का एक बड़ा हिस्सा छाया से छिपा रहता है।
- और इस संभावना से उस क्षेत्र में पानी मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- चंद्रमा के दक्षिणी धुव्र में बड़ा creator बहुत ही शांत है, इसलिए चंद्रयान 2 का मिशन यह है कि वह उस creator को अच्छी तरह से जांच सके और पता लगा सके कि मानव के लिए कोई जीवन मौजूद है या नहीं
- वहीं, दूसरा सबसे बड़ा मिशन यह है कि चंद्रमा पर पानी की मात्रा कितनी है, चंद्रमा पर खनिज सामग्री क्या है और वे कौन सी चीजें हैं जो इंसान के लिए फायदेमंद होंगी।
- इससे पहले, भारत के चंद्रयान 1 ने चंद्रमा पर पानी की पुष्टि की थी।
- 11 साल पहले भेजे गए chandrayaan 1 ने चंद्रमा पर 3500 के आसपास परिचालित किया था और इसने 29 अगस्त 2009 से तेज गति से 212 दिनों तक अप्रभावित काम करना जारी रखा।
- Chandrayaan 2 के साथ 13 पेलोड इसका मतलब की साइंसटिस्ट उपकरण भेजे गये |
- जिसमें कई तरह के कैमरे, स्पेक्ट्रोमीटर, राडार, और अन्य ऐसे उपकरण भेजे गए हैं जो चंद्रमा की जानकरी पृथ्वी तक भेज सकते हैं।
- इस रॉकेट में अमेरिकी नासा का पेलोड भी डाला गया है।
- जिसका मतलब ये की ये धरती और चाँद की दुरी का पता लगाएगी |
- जहाँ तक की बात है की मून के साउथ पोल विज़न में अभी तक किसे ने Chandrayaan नही भेजा है |
- इसका मतलब ये है की भारत वर्ल्ड का पहला ऐसा देश होगा जो मून के साउथ पोल में एंट्री करेगा wow
- Chandrayaan 2 3 हिस्सों में बाटा गया है जिसमे पहला ऑर्बिटर, लैंडर, और रोवर |
- ऑर्बिटर चंद्रमा के सतह 100 किलोमीटर दूर से उपर में चक्कर लगाएगा, लैंडर विक्रम ऑर्बिटर से अलग होकर चंद्रमा के सतह पर उतरेगा जो मून पर रहते हुए वो 15 दिनों तक धरती पर मून की scientific जानकारी शेयर करेगा, और प्रज्ञान नाम का रोवर लैंडर से अलग होकर मून पर 500 मीटर की दुरी तक घूम घूम कर फोटोज और जानकारिय शेयर करेगा |
- Pragyan रोवर 1m/s के हिसाब से बढेगा |
- Rover चाँद पर chemical data को analysis कर lander vikram तक पहुचायेगा, वो lander उसे धरती तक भेजेगा |
- Pragyan रोवर का operating system time तक़रीबन 14 तक का होगा |
- Chandrayaan 2 के लांच होने के साथ 4था ऐसा देश बन जायेगा जो मून पर soft landing करेगा |
- Chandrayaan 2 india के लिए किसी चुनौतीपूर्ण से कम नही था |
- भारत पहली बार moon पर soft landing करेगा |
- भारत इससे पहले 15 जून को launching करने बाला था, लेकिन engine में कुछ licage के कारण chandrayaan 2 की launching date को आगे बढ़ाना पड़ा |
- इसरो के एक साइंसटिस्ट ने कहा landing से पहले 15 मिनट का समय बहुत ही चुनौतीपूर्ण रहेगा क्योकि भारत पहली बार सॉफ्ट लैंडिंग करने बाला है |
- इसरो के एक scientist का ये कहना है की मून पर helium की मात्रा ज्यादा है जो की अगर 1 टन भी helium लाया जाए तो धरती पर इसका दाम करब 1 अरब dollar होने बाला है |
- जबकि चंद्रयान से 2.5 lakh ton helium लाया जा सकता है |
- इंडिया ही नही है जो मून पर हीलियम की खोज कर रहा बल्कि चाइना भी जल्द ही helium खोजने के लिए एक राकेट भेजने बाला है और फिर अमेरिका भी अगले नंबर पर है |
- chandrayaan 2 को चाँद तक पहुचने में 54 दिन का समय लगेगा |
- lander Vikram का नाम इंडियन अनुसंधान कार्यक्रम के डॉ ऐ सारा भाई विक्रम के नाम पर पड़ा है |
- और Pragyan का मतलब संस्कृत में उध्मता होता है |
फ्रेंड्स आज की पोस्ट में हमने आपको Chandrayaan 2 से जुड़े कुछ रोचक तथ्य शेयर किया है मुझे उम्मीद होगी की आपको यह पसंद आएगा |
अगर आपको मेरा लेख पसंद आया हो तो प्लीज इसे अपने सोशल मीडिया पर जरूर शेयर करे |
vary nice information sir ji
thnaks bharat ji and keep visiting my blog
Thanks for sharing this kind of valuable information
Thanku so much and keep visiting my blog for valuable information.
kya aap mujhe bata sakte hai ki is yaan me koi insaan bhi gaya hai sath me jo waha kuch search karega
Hi preeti,
Nhi! isro, yani ki india pahali baar moon ke south pole me enter kr rhi hai jo ki kafi imagination bali feeling hai isiliye wh pahale ye dekhana chahati hai ki insan ja skta hai ya nhi to unhone pahale robot bhejkr try kiya hai.